Wednesday, December 17, 2008

इंतजार..........

आंखों से आँखें मिलाओ तो जरा ,
फासले बहुत हैं ,इन्हे कुछ घटाओ तो जरा ,
हम तो आगे बढ ही चुके हैं ,
पास तुम भी आओ तो जरा ,
आंखों सेआंखों से आँखें....... आँखे मिलाओ तो जर

कितना ही अरसा इंतजार में गुजरा ,
लबों ने भी बस तुम्हे ही पुकारा ,
हाल-ऐ-दिल अपना तुम भी सुनाओ तो जरा ,
आंखों सेआंखों से आँखें आँखें मिलाओ तो जरा .....................

ना जाने तुम रूठे हो क्यों ,
ना जाने तुम्हे डर है क्या ,
दिल में है क्या बताओ तो जरा ,
आंखों से आँखेंआंखों से आँखें मिलाओ तो जरा ..................

ख़वाहिश यही है की तुम्हे हम समझा तो सकेंगे ,
दुश्मन नही दोस्त बना तो सकेंगे ,
अंजाम क्या होगा ,ऐ-खुदा बताओ तो जरा ,
आंखों से आँखें मिलाओआंखों से आँखें तो जरा ...................

पीयूष वाजपेयी

6 comments:

Sandeep said...

hey brothr...mast poem hai...
age bhi kuch banaao zara ;)

Matt said...

gud work dear! :)

Anuj said...

"bahut achcha likha hai bhai"
keep it up

aashutosh said...

thodi or mhnat karo.....

Nitin Jain said...

lage raho...........
life me bahuuuuuut tarrakki karni hai tumhe.....

shiks said...

Akhir kiske liye yeh likh rhe ho btaoo to jara ???:P

ये क्या क्या हो रहा है

ये क्या क्या हो रहा है........  इंसान का इंसान से भरोसा खो रहा है, जहाँ देखो, हर तरफ बस ऑंसू ही आँसू हैं, फिर भी लोगों का ईमान  सो रहा है।  ...